क्यों खास है भगवान पशुपतिनाथ मंदिर में नाग पंचमी पर पूजा देना?

Sachinta maharaj



🔱 भगवान पशुपतिनाथ मंदिर – एक दिव्य शिवधाम

नेपाल की राजधानी काठमांडू में स्थित भगवान पशुपतिनाथ मंदिर हिंदू धर्म के सबसे पवित्र शिव मंदिरों में से एक है। यह मंदिर सिर्फ नेपाल ही नहीं, बल्कि पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में शिव भक्ति का केंद्र माना जाता है। हर वर्ष नाग पंचमी के दिन यहाँ विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन होता है।


🌿 नाग पंचमी और भगवान शिव का गहरा संबंध

  • भगवान शिव को नागों का अधिपति कहा गया है।
  • उनके गले में वासुकी नाग सुशोभित रहते हैं।
  • नाग पंचमी का पर्व नागों को सम्मान देने और उनसे रक्षा की प्रार्थना करने का पर्व है।

🌌 क्यों खास है पशुपतिनाथ मंदिर में नाग पंचमी?

1️⃣ नागों का दिव्य पूजन स्थल

पशुपतिनाथ मंदिर में नाग पंचमी के दिन हजारों श्रद्धालु नाग देवता की मूर्तियों को दूध, केसर, चंदन, और कुश से स्नान कराते हैं।

2️⃣ कालसर्प दोष से मुक्ति का अवसर

यहां पूजा करने से राहु-केतु के प्रभाव, कालसर्प दोष, और पितृ दोष जैसे ग्रहदोषों से मुक्ति मिलती है।

3️⃣ शिव कृपा का विशेष दिन

नाग पंचमी पर शिवलिंग पर बेलपत्र, दूध और कुश चढ़ाकर भगवान शिव और नागों दोनों की कृपा प्राप्त की जाती है।

4️⃣ सर्प भय से मुक्ति

शास्त्रों के अनुसार, इस दिन सच्चे मन से पूजा करने से सर्प भय, सपनों में नाग दिखना, या नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है।


📿 नाग पंचमी विशेष पूजन विधि (Pooja Vidhi at Pashupatinath)

✅ शिवलिंग पर दूध और बेलपत्र अर्पण करें
✅ नाग देवता की प्रतिमा पर हल्दी, चंदन और केसर चढ़ाएं
✅ "ॐ नमः शिवाय" और "ॐ नमो भगवते वासुकेश्वराय नमः" मंत्र का जाप करें
✅ नाग चित्र या प्रतिमा पर कुश, अक्षत, और पुष्प अर्पित करें


🌿 1. भगवान शिव और नाग का संबंध:


भगवान शिव को नागों के अधिपति यानी नागों के स्वामी माना जाता है। उनके गले में वासुकी नाग सुशोभित रहते हैं। नाग पंचमी के दिन शिवलिंग पर नाग देवता की पूजा करने से भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं।

🐍 2. पशुपतिनाथ – “सभी प्राणियों के नाथ”:

"पशुपति" का अर्थ है पशुओं (या सभी जीवों) के स्वामी। नाग भी जीव-जंतुओं की श्रेणी में आते हैं और यहाँ उनका विशेष सम्मान होता है। नाग पंचमी पर पशुपतिनाथ मंदिर में नागों के प्रतीकों की पूजा कर सभी प्रकार के भय, विशेषकर सर्प भय से मुक्ति मिलती है।

🔱 3. दुर्लभ और सिद्ध स्थल:

पशुपतिनाथ मंदिर को सिद्ध शिव पीठ माना गया है। यहां की गई पूजा का फल कई गुना अधिक होता है। मान्यता है कि यहां नाग पंचमी के दिन नाग देवता और शिव जी दोनों की संयुक्त कृपा प्राप्त होती है।

🌌 4. काल सर्प दोष और ग्रह पीड़ा से मुक्ति:

ज्योतिषीय मान्यता के अनुसार, नाग पंचमी के दिन विशेष रूप से पशुपतिनाथ मंदिर में पूजा करने से काल सर्प दोष, राहु-केतु के दोष, और पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।


🙏 5. लोक आस्था और हजारों श्रद्धालुओं की भीड़:

हर वर्ष नाग पंचमी पर हजारों श्रद्धालु नेपाल और भारत से आकर पशुपतिनाथ मंदिर में पूजा करते हैं। नागों की मूर्तियों को दूध, फूल, कुश और चंदन से स्नान कराया जाता है।

🙏 श्रद्धा और भक्ति का पर्व

नाग पंचमी पर पशुपतिनाथ मंदिर का माहौल भक्तिमय और दिव्य हो जाता है। यहाँ की पूजा से जीवन के सभी संकट, रोग, भय और बाधाएं दूर होती हैं। यह पर्व श्रद्धा, आस्था और प्रकृति के साथ संतुलन का प्रतीक है।


📌 निष्कर्ष

अगर आप जीवन में शांति, संतान सुख, रोग निवारण, और ग्रह दोषों से मुक्ति चाहते हैं, तो नाग पंचमी के दिन भगवान पशुपतिनाथ के चरणों में जाकर पूजा अवश्य करें। यह दिन शिव भक्ति और नाग पूजन के लिए एक दुर्लभ संयोग होता है।


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