🌸 अशोक के फूल: संतान सुख का वैदिक उपाय
अशोक वृक्ष को हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना गया है। विशेष रूप से अशोक के फूल स्त्रियों की रोगों को दूर करने, मानसिक शांति और संतान प्राप्ति में चमत्कारी माने गए हैं। ऋषि-मुनियों ने कई वेदों में इसके हवन और पूजन का वर्णन किया है।
🔥 अशोक पुष्प हवन विधि (Simple Ashoka Flower Havan for Childbirth)
📅 श्रेष्ठ दिन:
- संकष्टी चतुर्थी, पूर्णिमा, या नवरात्रि
- स्त्री यदि मासिक धर्म के बाद शुद्ध होकर करती है, तो फल अधिक शीघ्र मिलता है।
🪔 आवश्यक सामग्री:
- सूखे अशोक के फूल
- गाय के घी
- कपूर
- जौ और तिल
- आम की लकड़ी
- एक ताम्र या मिट्टी की हवन कुंड
🔄 संतान प्राप्ति हेतु हवन विधि:
- हवन स्थान को शुद्ध करें और आसन पर पूर्व दिशा की ओर बैठें।
- कुंड में आम की लकड़ी जलाएं।
- अशोक के फूलों को गाय के घी में मिलाकर आहुति दें।
- प्रत्येक आहुति के साथ नीचे दिया गया मंत्र पढ़ें।
📿 संतान प्राप्ति हेतु हवन मंत्र
"ॐ ह्रीं ऐं क्लीं सौः संतानं मे देहि स्वाहा।"
– इस मंत्र की 108 बार आहुति दें।
या
"ॐ नमः भगवते वासुदेवाय संतानं मे देहि देहि स्वाहा।"
🌺 प्रत्येक आहुति के साथ एक-एक अशोक पुष्प का प्रयोग करें।
🎁 क्या दान करें हवन के बाद?
- पीला वस्त्र
- फल (अनार, केला, सेव)
- हल्दी, चना दाल
- शुद्ध देसी घी
- किसी दंपत्ति को भोजन कराएं, विशेषकर जिन्होंने संतान की इच्छा की हो।
🧘 संतान प्राप्ति हेतु पूरक उपाय
- सोमवार को शिव-पार्वती की पूजा करें।
- संतान गोपाल मंत्र का नियमित जप करें।
- हर अमावस्या को किसी गर्भवती महिला को फल दान करें।
- मन में विश्वास रखें और हवन के बाद 11 दिन तक सात्त्विक भोजन करें।
📌 निष्कर्ष
अशोक के फूलों से किया गया हवन एक शक्तिशाली और सरल वैदिक उपाय है जो संतान प्राप्ति में चमत्कारी परिणाम देता है। सही विधि, श्रद्धा, नियम और नियमितता से यह उपाय अत्यंत प्रभावशाली सिद्ध होता है।
संतान प्राप्ति उपाय, अशोक पुष्प हवन, Putra Prapti Mantra, Ayurvedic Havan for Fertility, Vedic Remedy for Childbirth, अशोक के फूल से पूजन