अमरूद के आयुर्वेदिक गुण और उपयोग | Amrud ke Ayurvedic Fayde aur Upyog in Hindi

Sachinta maharaj

 🌿 अमरूद (Guava) के आयुर्वेदिक औषधीय गुण और चमत्कारी उपयोग | Amrud ke Fayde in Hindi

🌿 परिचय
अमरूद (Guava) एक प्रसिद्ध फल है जो पूरे भारत में पाया जाता है। आयुर्वेद में इसे "अमरूत" कहा गया है क्योंकि यह शरीर के लिए अमृत समान गुण रखता है। यह स्वाद में मधुर, हल्का खट्टा, और पाचन में लाभकारी होता है।

🧘‍♂️ आयुर्वेदिक गुण
  • रस: मधुर
  • स्वभाव: शीतल, तीक्ष्ण
  • गुण: भारी, वातनाशक, कफहर
  • प्रभाव: दस्त, अतिसार, मुँह के छाले, और दाँत दर्द में लाभकारी
  • मुख्य प्रभाव:
    1. मस्तिष्क को शक्ति देने वाला
    2. रक्त को शुद्ध करने वाला
    3. अतिसार (डायरिया) में उपयोगी
    4. आँखों की सूजन मिटाने वाला

🧪 औषधीय उपयोग (Ayurvedic Uses)

  • 🌱 भांग का नशा उतारने में अमरूद के पत्तों का रस या फल खाने से भांग का नशा उतर जाता है।
  • 💧 अतिसार (डायरिया) में उपयोग: अमरूद की जड़ को पानी में उबालकर जब पानी आधा रह जाए, उसे छानकर दिन में तीन बार पिलाने से पुराना अतिसार ठीक होता है।   
  • 🍵 दस्त और उल्टी में लाभकारी 
  • अमरूद के पत्तों का काढ़ा बनाकर पीने से हेज़ी के दस्त और उल्टी बंद हो जाती है। 
  • 🌿 कोमल पत्तों और जड़ का उपयोग: अमरूद की कोमल पत्तियों और जड़ का काढ़ा पीने से पुराने दस्त और अतिसार में लाभ होता है। 
  • 🦷 दाँत दर्द में राहत: अमरूद की पत्तियों को चबाने से दाँतों का दर्द और मुँह की दुर्गंध दूर होती है।
  • आयुर्वेदिक गुण:रस (स्वाद): अमरूद का स्वाद मुख्य रूप से मधुर (मीठा) और कषाय (कसैला) होता है। कच्चे अमरूद में कसैलापन अधिक होता है।
  • ​वीर्य (शक्ति): इसकी वीर्य शीत (ठंडी) होती है, जिसका अर्थ है कि यह शरीर में ठंडक प्रदान करता है।
  • ​विपाक (पाचन के बाद का प्रभाव): इसका विपाक मधुर (मीठा) होता है।
  • ​दोषों पर प्रभाव: यह पित्त और कफ दोष को शांत करने में मदद करता है, जबकि अधिक सेवन से वात दोष बढ़ सकता है, खासकर कच्चे अमरूद का।

​स्वास्थ्य लाभ और उपयोग:

  • ​पाचन में सहायक: अमरूद में फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है, जो कब्ज को दूर करने और पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह आँतों की गति को सुधारता है।
  • ​मधुमेह नियंत्रण: इसकी पत्तियां और फल दोनों ही रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। अमरूद का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जो इसे मधुमेह रोगियों के लिए एक अच्छा विकल्प बनाता है।
  • ​रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए: विटामिन सी की उच्च मात्रा के कारण, यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।
  • ​हृदय स्वास्थ्य: अमरूद में मौजूद पोटेशियम और फाइबर रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं और खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करके हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं।
  • ​दस्त और पेचिश: अमरूद की पत्तियां दस्त और पेचिश के उपचार में पारंपरिक रूप से उपयोग की जाती हैं। पत्तियों में मौजूद टैनिन और अन्य यौगिक एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण रखते हैं।
  • ​वजन घटाने में सहायक: फाइबर से भरपूर होने के कारण यह पेट भरा हुआ महसूस कराता है और कैलोरी में कम होता है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है।
  • ​आँखों के लिए फायदेमंद: विटामिन ए की उपस्थिति के कारण यह आँखों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है और रतौंधी जैसे रोगों से बचाने में सहायक है।
  • ​दांतों और मसूड़ों के लिए: अमरूद की पत्तियां एंटी-बैक्टीरियल होती हैं और मुंह के स्वास्थ्य के लिए उपयोग की जा सकती हैं। पत्तियों का काढ़ा मसूड़ों की सूजन और दर्द में राहत दे सकता है।
  • ​त्वचा के लिए: अमरूद में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो त्वचा को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं, जिससे त्वचा स्वस्थ और चमकदार रहती है।

⚖️ सावधानियाँ

  • अत्यधिक सेवन से कब्ज हो सकता है।
  • गर्भवती महिलाएं चिकित्सक की सलाह से ही सेवन करें।
  • बच्चों को सीमित मात्रा में ही दें।

🌟 निष्कर्ष
अमरूद सिर्फ एक फल नहीं, बल्कि एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक औषधि है। सही मात्रा में और उचित विधि से इसका सेवन करने पर यह पाचन, दाँत, पेट और मन को स्वस्थ बनाता है।
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