चौंक जाएंगे आप अपामार्ग के फायदे जानकर Chirchita ke Fayde
अपामार्ग, जिसे बोलचाल की भाषा में 'चिरचिरा' या 'लटजीरा' के नाम से भी जाना जाता है, एक ऐसी जड़ी-बूटी है जो हमारे आसपास आसानी से मिल जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह साधारण-सी दिखने वाली वनस्पति स्वास्थ्य के लिए कितनी फायदेमंद है? आयुर्वेद में इसे एक चमत्कारी औषधि के रूप में मान्यता दी गई है। इस लेख में हम अपामार्ग के उन अद्भुत फायदों के बारे में जानेंगे, जो शायद आपको पहले पता नहीं थे।
अपामार्ग क्या है?
अपामार्ग एक छोटा झाड़ीनुमा पौधा होता है, जो खासकर बरसात के मौसम में भारत के हर हिस्से में पैदा होता है। इसकी पत्तियाँ गोल और नुकीली होती हैं। यह पौधा दो प्रकार का होता है - लाल और सफेद। दोनों ही प्रकार के अपामार्ग के अपने औषधीय गुण होते हैं।
अपामार्ग के औषधीय गुण:
आयुर्वेद के अनुसार, अपामार्ग कड़वा, गर्म, तीखा, और कफनाशक होता है। यह पेट के रोग, त्वचा संबंधी रोग, खून के विकार और बवासीर जैसी कई बीमारियों को दूर करने में मदद करता है। इसके अलावा, यह पाचन को बेहतर बनाने, भूख बढ़ाने और हृदय रोगों में भी लाभकारी है।
अपामार्ग के 10 अद्भुत फायदे (आपको पता होना चाहिए)
* बवासीर में रामबाण:
अपामार्ग के बीजों को पीसकर उसका चूर्ण शहद के साथ सेवन करने से खूनी बवासीर में खून का बहना बंद हो जाता है। इसकी जड़ का चूर्ण भी बवासीर के इलाज में बहुत प्रभावी है।
* सांस संबंधी समस्याओं में राहत:
अगर आपको पुरानी खांसी या दमा की शिकायत है, तो अपामार्ग की जड़ का चूर्ण सज्जीखार, यवक्षार, नौसादर और हल्दी के साथ मिलाकर सेवन करने से बहुत लाभ होता है। यह कफ को बाहर निकालने में मदद करता है।
* बुखार में फायदेमंद:
अपामार्ग के पत्तों और काली मिर्च को समान मात्रा में लेकर गुड़ के साथ छोटी गोलियां बनाकर बुखार आने से पहले देने से मलेरिया बुखार रुक जाता है।
* पथरी का अचूक इलाज:
अपामार्ग की जड़ का चूर्ण पत्थरचट्टा के पत्तों के रस के साथ पीने से गुर्दे और मूत्राशय की पथरी टुकड़े-टुकड़े होकर निकल जाती है।
* दाँतों को बनाए मजबूत और चमकदार:
रोजाना अपामार्ग की ताजी जड़ से दातुन करने से दाँत मोती की तरह चमकने लगते हैं। यह मसूड़ों की कमजोरी, दाँतों का हिलना और मुँह की दुर्गंध को भी दूर करता है।
* कान के बहरेपन में लाभकारी:
अपामार्ग की जड़ का रस निकालकर, उसमें तिल का तेल मिलाकर, और उसे पकाकर तेल तैयार कर लें। इस तेल की 2-3 बूंदें गर्म करके कान में डालने से बहरापन दूर हो जाता है।
* नासूर का इलाज:
अपामार्ग के पत्तों का रस नासूर (पुराने घाव) पर लगाने से वह जल्दी भर जाता है।
* सिर के जूँ और डैंड्रफ से छुटकारा:
अपामार्ग के पत्तों का रस या उसके बीजों का चूर्ण सूंघने से सिर में जमा हुआ कफ पिघलकर बाहर निकल जाता है, जिससे सिर के जूँ और डैंड्रफ भी खत्म हो जाते हैं।
* बिच्छू के डंक का असर खत्म:
अगर किसी को बिच्छू काट ले, तो अपामार्ग की जड़ को पीसकर डंक वाली जगह पर लगाने से जहर उतर जाता है। यह एक बहुत ही कारगर घरेलू उपाय है।
* गर्भधारण में सहायक:
यह औषधि गर्भाशय के बाहर आने की समस्या को भी ठीक करने में सहायक है। अपामार्ग की जड़ का लेप पेट पर लगाने से इस समस्या में आराम मिलता है।
निष्कर्ष
अपामार्ग, जिसे हम अक्सर घास-फूस समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, वास्तव में एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक औषधि है। इसके अनगिनत फायदे हमें प्रकृति की देन का एहसास कराते हैं। यदि आप भी इन समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो किसी जानकार वैद्य या आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह लेकर अपामार्ग का प्रयोग कर सकते हैं।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के लिए है। किसी भी औषधीय प्रयोग से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।