जुड़वाँ मकान (Twin-House) का वास्तु: फायदे, गलतियाँ और समाधान वास्तु टिप्स

Sachinta maharaj

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भूमिका (Introduction)

क्या आप जुड़वाँ मकान (Twin House) बना रहे हैं? यदि हाँ, तो वास्तु-शास्त्र के अनुसार इसमें कौन-कौन सी बातें जरूरी हैं, और कौन सी आम गलतियाँ होती हैं, इस पोस्ट में विस्तार से जानिए। परीक्षित वास्तु टिप्स के साथ अपने घर को और भी खुशहाल बनाएं।


 

जुड़वाँ मकान क्या है?

·   जुड़वाँ मकान, यानी एक ही प्लॉट/भूखंड पर दो सटीक नक़्शे वाले घर, जिनके बीच में एक साझा दीवार (Common Wall) होती है।
·        यह डिजाइन भारतीय समाज में तब ज्यादा दिखती है, जब परिवार साझा रूप से एक प्लॉट लेकर दो हिस्सों में मकान बनाते हैं।

वास्तु के मुख्य बिंदु

  1. मुख्य द्वार (Main Gate):-  दोनों मकानों के द्वार उत्तर या पूर्व दिशा में रखना फायदेमंद माना जाता है।
  2. साझा दीवार:- विशेषज्ञों के अनुसार, साझा दीवार (Common Wall) साधारणत: वास्तु दोष का कारण बन सकती है, क्योंकि यह ऊर्जा के प्रवाह को बाधित करती है।
  3. जल स्रोत:- कुआँ या वाटर स्रोत दक्षिण-पश्चिम की बजाय उत्तर-पूर्व में रखें।

आम गलतियाँ

  • बहुत बार प्लॉट को विभाजित कर दो भाई या मित्र बिना वास्तु सलाह के डिजाइन तैयार कर लेते हैं, जिससे दोनों घरों पर वास्तु दोष आ सकता है। 
  • साझा दीवार के कारण दोनों घरों की स्वतंत्र ऊर्जा बाधित हो जाती है। 
  • एक ओर जल स्रोत और मुख्य द्वार दोनों हो सकते हैं, पर दूसरी ओर नहीं – इससे असंतुलन पैदा होता है।

समाधान

A. यदि जुड़वाँ मकान बनाना जरूरी है तो प्रत्येक मकान का मुख्य द्वार, रसोई, और जल स्रोत वास्तु के अनुसार स्वतंत्र और शुभ दिशा में रखें।

B. साझा दीवार के स्थान पर थोड़ी जगह छोड़कर दोनों घरों के बीच में स्पेस रखें तो वास्तु दोष कम होगा।

C. पृथक-संपूर्ण प्लानिंग कर हर एक घर के लिए अलग-अलग वास्तु नियम लागू करें।

D. घर की लंबाई, चौड़ाई, और कमरे की दिशा तय करते समय उत्तर, पूर्व, दक्षिण और पश्चिम दिशा का विशेष ध्यान रखें। 

FAQ

प्र. क्या साझा दीवार से वास्तु दोष होता है?  
उत्तर: हाँ, यह दोषपूर्ण है क्योंकि ऊर्जा प्रवाह में रुकावट आती है।

प्र. जुड़वाँ मकान के लिए कौन-सी दिशा सबसे अच्छी है?
उत्तर: उत्तर या पूर्व दिशा मुख्य द्वार के लिए सबसे उत्तम मानी जाती है।

निष्कर्ष (Conclusion)


हर परिवार को साझा या जुड़वाँ मकान बनाते समय वास्तु के नियमों का ध्यान जरूर रखना चाहिए ताकि किसी भी तरह के दोष से बचा जा सके और घर में सुख-शांति बनी रहे

इस पोस्ट का उपयोग कर के आप अपनी जुड़वाँ मकान या अन्य वास्तु-संबंधी जानकारी प्राप्त करे ओर अपने मित्रों को जरूर शेयर करें।

 


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