अरारोवा के औषधीय गुण, फायदे, उपयोग और सावधानियाँ | Ararova Benefits
📜 परिचय (Introduction):
प्रकृति ने हमें कई ऐसी औषधियाँ दी हैं जिनके चमत्कारी गुण हमारे स्वास्थ्य के लिए वरदान हैं। इन्हीं में से एक है अरारोवा (Ararova) — एक औषधीय पौधा जो मुख्य रूप से ब्राज़ील में पाया जाता है। यह ऐंजेलिन अमरगोसो नामक वृक्ष के तनों के खोखले भाग में उत्पन्न होती है। इसका चूर्ण “गाआ पाउडर” के नाम से जाना जाता है और विशेष रूप से चर्मरोग (Skin Diseases) में उपयोग किया जाता है।
🌿 औषधीय गुण (Medicinal Properties):
- यह औषधि दाद, विचर्चिका, एक्ज़िमा, यौवनपिटिका (Acne) जैसे रोगों में अत्यंत प्रभावशाली है।
- गोआ पाउडर और नींबू के रस का लेप लगाने से त्वचा के पुराने रोग भी शीघ्र ठीक हो जाते हैं।
- मसूड़ों से खून आना, दंत रोग, और मुख के रोगों में भी यह लाभकारी मानी गई है।
- यह ज्वरनाशक, कृमिनाशक, और रक्तविकार दूर करने वाली औषधि है।
- इसका गोंद बलवर्धक और कामोद्दीपक माना जाता है।
⚕️ उपयोग (Uses of Ararova):
- अतिसार (Diarrhea) — इसकी छाल का काढ़ा पीने से लाभ होता है।
- सुजाक (Gonorrhea) — इसकी कोमल पत्तियों को पीसकर गोली बनाकर खिलाने से लाभ होता है।
- दंत रोग (Tooth & Gum Problems) — इसकी छाल के काढ़े से कुल्ला करने पर मसूड़ों से खून आना बंद होता है।
- मुख रोगों में लाभकारी तेल — अरिमेद की छाल, तिल का तेल और मजीठ मिलाकर बनाया गया तेल सभी मुख रोगों में लाभ पहुँचाता है।
- खुजली, व्रण और धवल रोग (Skin Issues) — लेप के रूप में इसका प्रयोग करने से राहत मिलती है।
⚠️ सावधानियाँ (Precautions):
- इसे आँखों के आसपास कभी न लगाएँ, क्योंकि यह आँखों के लिए हानिकारक हो सकता है।
- इसका आंतरिक सेवन (Internal Use) नहीं करना चाहिए — छोटी मात्रा भी पेट में ऐंठन और उल्टी उत्पन्न कर सकती है।
- लेप केवल दर्द की सीमा तक ही लगाएँ, अन्यथा त्वचा में जलन हो सकती है।
🌸 निष्कर्ष (Conclusion):
अरारोवा (Ararova) एक शक्तिशाली औषधि है जो मुख्यतः त्वचा रोगों, मुख रोगों और रक्तविकारों में उपयोगी है। यदि सावधानीपूर्वक इसका प्रयोग किया जाए तो यह कई पुराने रोगों को जड़ से मिटा सकती है।



