अशोक के औषधीय गुण और उपयोग | रक्त प्रदर, श्वेत प्रदर, पित्त, बवासीर, सूजन, अपच, गर्भपात में लाभकारी

Sachinta maharaj

अशोक के औषधीय गुण और चमत्कारी उपयोग | Ashoka Tree Benefits in Ayurveda


🌸 अशोक क्या है?

अशोक (संस्कृत नाम: मधुपुष्पक) एक सुंदर, सुगंधित और औषधीय गुणों वाला वृक्ष है। यह भारतवर्ष में सर्वत्र पाया जाता है। इसके पत्ते रामफल के समान और फूल नारंगी रंग के होते हैं। वृक्ष आम के पेड़ के जितना बड़ा होता है और देखने में अत्यंत आकर्षक लगता है।



🌿 अशोक के औषधीय गुण (Medicinal Properties of Ashoka)

आयुर्वेद में अशोक को मधुर, शीतल, कृमिनाशक, कडुवा, कसैला और शरीर की कान्ति बढ़ाने वाला बताया गया है। यह विशेष रूप से स्त्रियों के रोगों के लिए अत्यंत उपयोगी माना जाता है।

मुख्य गुण और लाभ:

  • रक्त प्रदर (Bleeding disorders) में लाभकारी
  • स्त्री रोगों में अद्भुत औषधि
  • पित्त और दाह को शांत करता है
  • सूजन और अपच को दूर करता है
  • बवासीर और व्रण में उपयोगी
  • देह की कान्ति और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है

🪷 अशोक के उपयोग और घरेलू नुस्खे (Ashoka Uses & Remedies)

🌺 1. रक्त प्रदर में लाभकारी काढ़ा

अशोक की छाल 8 तोला पानी में 64 तोला पानी डालकर उबालें। जब तीन चौथाई पानी जल जाए तो उसमें 8 तोला गाय का दूध डालें और फिर से उबालें।
👉 जब केवल दूध बच जाए तो छानकर रोगी को पिलाएँ।
लाभ: रक्त प्रदर (Bleeding disorder) में अत्यंत लाभकारी।


🌼 2. अशोक घृत (Ashoka Ghrita)

अशोक की छाल, बकरी का दूध, गाय का घी, शतावरी, असगंध, मुलेठी आदि औषधियों से तैयार यह घृत स्त्रियों के सभी प्रकार के प्रदर रोगों, योनि स्त्राव, गर्भाशय की कमजोरी आदि में अत्यंत लाभकारी है।
मात्रा: 3 माशे से 1 तोले तक, गर्म दूध के साथ सेवन करें।


🌹 3. अशोक रस (Ashoka Tonic)

अशोक की छाल, हरड़, बहेड़ा, आंवला, लोध, गुलाब, नागकेशर और अन्य औषधियों को मिलाकर तैयार किया गया यह औषधीय टॉनिक स्त्रियों के रोगों, गर्भपात, दुष्टार्त्तव, सोम रोग आदि में उपयोगी है।
मात्रा: 6 माशे से 1 तोला तक प्रतिदिन।



🧘‍♀️ आयुर्वेद में अशोक का महत्व

आयुर्वेद में अशोक को “स्त्रियों के दुखों को हरने वाला वृक्ष” कहा गया है। यह गर्भाशय को बल देने वाला, हार्मोन को संतुलित करने वाला और रक्तस्राव को नियंत्रित करने वाला प्राकृतिक उपाय है।


⚠️ सावधानी:

  • किसी भी आयुर्वेदिक औषधि का सेवन चिकित्सक की सलाह से ही करें।
  • गर्भवती महिलाएँ बिना परामर्श के इसका उपयोग न करें।

🌿 निष्कर्ष (Conclusion):

अशोक एक दिव्य औषधीय वृक्ष है जो विशेष रूप से स्त्रियों के स्वास्थ्य के लिए वरदान साबित हुआ है। इसके नियमित और सही उपयोग से कई पुराने रोगों में चमत्कारी लाभ मिल सकता है।

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